
नाम फूल है काम अनेक करता है, अगर प्रेमी प्रेमिका को दे प्यार का इजहार होता है,
वही फुल कोई लड़का किसी लड़की पर फेंकता है तो उसे बदचलन कहा जाता है I
किसी के जन्मदिन पर फूलों को सुसज्जित तरीके से सजा कर ले जाया जाए तो उसकी कीमत नोटों के लिफाफे से कही अधिक होती है, लेने वाले के चेहरे पर मुस्कुराहट होती है, देने वाले के चेहरे पर भी खुशी का भाव होता है,
यही फुल अगर एक पति अपनी पत्नी के बालों में सजाता है तो रिश्ता मजबूत होता है, नजदीकिया आती है,
इसी फूल को किसी मरीज के पास ले जाकर हाल पूछा जाए तो उसके अंदर एक अपनत्व का भाव पैदा होता है, जीने की चाहत पैदा हो जाती है,
फूलों से सेजे सजती है, फूलों से जनाजे सजाए जाते हैं, जाने वाले व्यक्ति को फूलों से विदा किया जाता है, आने वाले बच्चे का भी फूलों की तरह स्वागत किया जाता है I
प्रभु के चरणों में जब चढ़ा दिए जाते हैं तो उन फूलों का महत्व बहुत अधिक बढ़ जाता है,
किसी विशेष व्यक्ति के गले में अगर माला बनाकर पहना दिया जाए तो वह व्यक्ति वाकई उस काबिल होगा,
अगर कोई पुरुष स्त्री के गले में वरमाला पहनाता है तो वह रिश्ता जन्मों जन्मों के लिए बंध जाता है,
किसान फूलों की खेती करते हैं, वह किस जाति के है यह कोई पूछता नहीं है, उनके द्वारा उत्पन्न फुल मंदिरों में जाते हैं, चर्चा में जाते हैं, मस्जिदों में जाते, गुरुद्वारों में जाते हैं, लाने वाला कौन पैदा करने वाला कौन किसी को पता नहीं होता है,
पर सबको एक बात पता है फूल आनंद देता है, हमें भी अपना जीवन फूल की तरह कोमल और निर्मल बनाना चाहिए,
जिसके भी संपर्क में आए हमें देखकर वह मुस्कुराना उठे, रिश्ता कोई हो या ना हो जाने अनजाने किसी को देखकर मुस्कुराने का दिल करता है, किसी को देखकर अपनेपन का एहसास होता है,
अपना दिल फूलों की तरह कोमल बनाए, अपने दिल को क्षमा करने की आदत डालिए, दिल कोमल होगा तो कोई दुष्कर्म नहीं होगा, दिल में दया होगी तो सबके सर पर हाथ रखने के लिए उठाएंगे ,बदले में ढेर सारा प्यार जिसके आप हकदार होंगे,
आपका और आपके साथ रहने वाले सभी व्यक्तियों का भी भला होगा, फूलों की तरह कोमल बनिए, पानी की तरह सरल चलिए, शुद्धता हमेशा अपने दिल में रखिए, वाणी में मधुरता रखिए, रिश्ते बन तो अपने ही आप जाएंगे,
जब आपके नक्शे कदम पर आपके बच्चे जाएंगे तो समाज में आप एक अच्छे व्यक्ति के रूप में कहलाए जाएंगे,
हर बात पर बच्चों को समझाइए बेटा यह बात गलत है, आपको नहीं करना चाहिए, पर उसके कहने के पहले खुद उस बात को आचरण में लाइए,
कोमल व्यक्ति कोमल वस्तु हर एक को पसंद आती है, फिर क्यों बने हम कठोर, क्यों बोले कठोर शब्द, जिससे किसी का दिल दुखे, दिल दुखेगा तो आपको भी वह दर्द देगा,
खुशी चाहते हैं फूलों की तरह मुस्कुराते रहिए, अच्छी वाणी को आचरण में उतारें ..!!


Beautiful poetry, Sir👏👏👏👏💯
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Thank you for appreciating 🙏
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Always my pleasure 😊🙏🙏🙏
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बहुत अच्छा लिखा है मुझे भी फॉलो kro
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धन्यवाद 🙏
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