
एक दिन, एक अमीर पिता अपने बेटे को गाँव की यात्रा पर ले गया।
वह दिखाना चाहता था कि कोई कितना गरीब हो सकता है। उन्होंने एक गरीब परिवार के खेत पर कुछ दिन और समय बिताया।
यात्रा से लौटने पर, पिता ने अपने बेटे से पूछा.. “यात्रा कैसी रही?”
“यह बहुत अच्छा था, पिताजी”
पिता जी ने पूछा: “क्या तुमने देखा कि गरीब लोग कैसे रहते हैं?”
“ओह हाँ”, बेटे ने कहा।
“तो बताओ, तुमने यात्रा से क्या सीखा?” पिता से पूछा.
बेटे ने उत्तर देना शुरू किया :
“हमारे पास एक कुत्ता है, उनके पास चार हैं ।”
“हमारे पास एक स्विमिंग पूल है, उनके पास तैरने के लिए नदियाँ और तालाब हैं।”
“हमारे पास रात में ट्यूब-लाइट हैं, उनके पास चाँद और तारे हैं।”
“हम अपना खाने का सामान खरीदते हैं, वे अपना अनाज खुद उगाते हैं।”
“हमारी रक्षा के लिए मकान की दीवारें हैं, उनके पास ढ़ेर सारे दोस्त हैं।”
“हमारे पास टेलीविजन है, वे परिवार और रिश्तेदारों के साथ समय बिताते हैं।”
लड़के के पिता निःशब्द थे।
आगे उनके बेटे ने कहा : “धन्यवाद पिताजी मुझे यह दिखाने के लिए कि हम कितने गरीब हैं…!!”
कहानी की शिक्षा :
हमें सिर्फ पैसा या संपत्ति अमीर नहीं बनाते है, हमारे जीवन की असल पूंजी और समृद्धि प्यार, करुणा, सादगी, दोस्ती, पारंपरिक मूल्य, हमारा परिवार बनाते हैं।


आज का सत्य
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धन्यवाद 🙏
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