आपके अंतिम संस्कार के बाद क्या होगा ?
इधर आपका मृत शरीर चिता पर जल रहा होगा, उधर आपको अंतिम विदाई देने आए लोगों में से कोई फोन पर किसी से बतिया रहा होगा, कोई वाट्स एप, इन्स्टाग्राम, फेसबुक पर व्यस्त होगा तो दूर झुंड बनाकर बैठे कुछ लोग घर परिवार, व्यवसाय, खेल आदि अन्य विषयों पर चर्चा कर रहे होंगे । वहाँ स्वतः मौजूद होकर भी, आप के श्रध्द्धांजली के मैसेज वाट्स एप पर भेज रहे होंगे । भीड़ धीरे धीरे छंटने लगेगी ।
कुछ ही घंटों में रोने की आवाज पूरी तरह से बंद हो जाएगी, रिश्तेदारों के लिए खाना बनवाने या मंगवाने में जुटे जायेगा परिवार, कुछ पुरुष पहले चाय की दुकान पर बतियाने निकल जाएंगे । कोई रिश्तेदार आपके बेटे या बेटी से फोन पर बात करेगा कि आपात स्थिति के कारण वह व्यक्तिगत रूप से नहीं आ पा रहा है।
अगले दिन रात के खाने के बाद, कुछ रिश्तेदार कम हो जाएंगे, आपका कार्यालय या आपका व्यवसाय आपकी जगह लेने के लिए किसी ओर को लाने में जल्दबाजी करेगा।
सबका जीवन सामान्य हो जाएगा। आपको इस दुनिया में आश्चर्यजनक गति से भुला दिया जाएगा। इस बीच आपकी प्रथम वर्ष पुण्यतिथि भव्य तरीके से मनाई जाएगी।
पलक झपकते ही साल बीत जाएँगे और आपके बारे में बात करने वाला कोई नहीं है। किसी दिन बस पुरानी तस्वीरों को देखकर आपका कोई बेहद करीबी आपको याद कर सकता है।
अगर ऐसा ही सब है और आगे कहुं तो यही सही भी है !!
तो फिर आप किसके लिए दौड़ रहे हो ?
और आप किसके लिए चिंतित हैं ?
क्या आप अपने घर, परिवार, रिश्तेदार को संतुष्ट करने के लिए जीवन जी रहे हैं ?
जिंदगी एक बार ही होती है, बस इसे जी भर के जी लो… !!
हो सके जिंदगी के परम उद्देश्य के जितना निकट पहुंच सको, पहुंचने का प्रयत्न करें.!

